आज हम आपको ऐसे त्यौहार के बारे में बताने वाले है जिसको भाई और बहन का सबसे पवित्र और अनमोल रिश्ता माना जाता है वो है रक्षाबंधन जो सिर्फ भारत में ही नहीं पूरे विश्व में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है तो आज हम आपको इस पोस्ट में उसके इतिहास के बारे में बताने वाले है 2023 रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है रक्षाबंधन की शुरुआत कब से हुई है ?
Contents
- 1 रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है
- 2 रक्षाबंधन का क्या महत्व है
- 3 रक्षाबंधन की शुरुआत कब से हुई है ?
- 4 FAQ
- 4.1 रक्षाबंधन की शुरुआत कब और कैसे हुई ?
- 4.2 2023 में रक्षाबंधन कब है
- 4.3 उत्तरी भारत में रक्षाबंधन कैसे मनाया जाता है
- 4.4 दक्षिण भारत में रक्षाबंधन कैसे मनाया जाता है
- 4.5 क्या सूर्यास्त के बाद राखी बांधी जा सकती है ?
- 4.6 क्या सूर्यास्त के बाद राखी बांधी जा सकती है ?
- 4.7 रक्षाबंधन का त्यौहार कौन सी ऋतु में मनाया जाता है
- 4.8 रक्षाबंधन पर राखी कौन से हाथ में बाँधी जाती है ?
- 4.9 Related
रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है
रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है रक्षाबंधन का त्यौहार आते ही सभी बहनों के चेहरों पर खुशी आ जाती है हो भी क्यों न ये रिश्ता ही इतना पवित्र होता की इसको शब्दों में बया नहीं किया जा सकता है
पुरे देश भर में इस रिश्ते का सम्मान किया जाता फिर भी शायद ही कोई ऐसा होगा जिससे ये नहीं पता होगा की रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है रक्षाबंधन की शुरुआत कब से हुई है?
भाई और बहन का ये रिश्ता इतना प्यारा होता है की पूरी दुनिया भर में इसको सम्मान दिया जाता है भाई और बहन की बहुत ही ज्यादा बॉन्डिंग होती है अगर आप लोगो को भी नहीं पता है की रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है रक्षाबंधन की शुरुआत कब से हुई है? रक्षाबंधन का क्या महत्व है तो आइये जानते है
रक्षाबंधन के त्यौहार पर बहने अपने भाई को एक ऐसा अनमोल दाग़ा बांधती है उनके माथे पर तिलक लगा कर उनकी लम्बी उम्र और निरंतर प्रगति की ईश्वर से कामना करती है और भाई इसके बदले उनको हर विपत्ति से रक्षा करने का वचन देता है
रक्षाबंधन का क्या महत्व है
रक्षाबंधन त्यौहार का महत्व सबसे अलग है यह त्यौहार भारत में दूसरे त्योहारों से अलग और बहुत ही अनमोल है यह श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है आज के दिन ही यज्ञोपवीत बदला जाता है
यह एकमात्र ऐसा पर्व है जिसमे बहन अपने भाई को दागा बांधती है और भाई अपनी बहन को उसकी हर परिस्थिति से रक्षा करने का वचन देता है
ऐसा पवित्र आपको कहीं पर भी देखने को नहीं मिल सकता है श्रावण महीने में काफी वर्षा होती है चारो तरफ मौसम बहुत मनमोहक रहता है और समुद्र भी शांत रहता है
श्रावण महीना किसानों, मछुवारो और समुद्री यात्रा करने वालों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है
भारत के समुद्री तट इलाको में वर्षा के देवता इंद्र पूजा की जाती है
रक्षाबंधन को नारियली पूर्णिमा भी कहते है इस दिन देवताओं को नारियल अर्पण करके खुशहाल की कामना की जाती है प्रभु श्री राम जी सीता मैया को छुड़ाने के लिए इसी दिन अपनी यात्रा प्रारमभ की थी
रक्षाबंधन की शुरुआत कब से हुई है ?
रक्षाबंधन का इतिहास रक्षाबंधन की शुरुआत कब से हुई है रक्षाबंधन की शुरुआत सतयुग में हुई थी कहा जाता है की युद्ध के दौरान देवराज इन्दर की बहन इन्द्राणी ने अपने तपोबल से एक रक्षा सूत्र त्यार किया जिस की वजह से देवराज इन्दर को युद्ध में विजय प्राप्त हुई इसी कारण सभी बहने इस दिन अपने भाई की कलाई पर उसकी उच्च प्रगति और रक्षा के दाग़ा बांधती है
उसी दिन से ये त्यौहार श्रावण महीने की पूर्णिमा को रक्षाबंधन के रूप में मनाया जाने लगा महाकाव्य महाभारत में ऐसा भी माना गया है की एक बार भगवान श्री कृष्ण जी अपनी ऊँगली काट ली थी जिस पर द्रोपती न अपनी सदी का टुकड़ा फाड् कर भगवान श्री कृष्ण जी की ऊँगली पर बांध दिया था और व्ही एक पवित्र दाग़ा बन गया था
जिस वजह से भगवान श्री कृष्ण जी ने द्रौपदी को वचन दिया की वह उनकी आजीवन सभी बुराइयों से रक्षा करेंगे तभी श्री कृष्ण जी जब द्रौपदी को कौरवों द्वारा भरी सभा में चीर हरण किया गया तब कृष्ण जी ने अपना अपार वस्त्र प्रदान कर उनकी गरिमा को बचाया था
इसका तातपर्य ये है की जब बहन अपने भाई की कलाई पर इस रक्षा सूत्र दाग़े को बांधती है तो भाई भी उनको उनको आजीवन रक्षा करने का वचन देता है ये बहुत ही पवित्र रिश्ता मन जाता है
FAQ
रक्षाबंधन की शुरुआत कब और कैसे हुई ?
रक्षाबंधन की शुरुआत सतयुग में हुई थी कहा जाता है की युद्ध के दौरान देवराज इन्दर की बहन इन्द्राणी ने अपने तपोबल से एक रक्षा सूत्र त्यार किया जिस की वजह से देवराज इन्दर को युद्ध में विजय प्राप्त हुई
2023 में रक्षाबंधन कब है
2023 में रक्षाबंधन हिन्दू कैलेण्डर के अनुसार श्रावण महीने में पूर्णिमा को बुधवार 30 अगस्त को है |
उत्तरी भारत में रक्षाबंधन कैसे मनाया जाता है
उत्तरी भारत में कजरी पूर्णिमा भी कहा जाता है इन दिन किसान खेत में अच्छी फसल की कामना के लिए दुर्गा माँ की पूजा करता है |
दक्षिण भारत में रक्षाबंधन कैसे मनाया जाता है
दक्षिण भारत में रक्षाबंधन को अमितब भी खा जाता है इस दिन को श्रावणी या ऋषि तरपान भी कहते क्योकि इन दिन पवित्र दाग़े जनेऊ को बदला जाता है
क्या सूर्यास्त के बाद राखी बांधी जा सकती है ?
नहीं क्योंकि भारत में सूर्यास्त के बाद कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता भारत में सूर्यास्त और बद्र काल में कार्य करना पाप मन जाता हैं
क्या सूर्यास्त के बाद राखी बांधी जा सकती है ?
नहीं क्योंकि भारत में सूर्यास्त के बाद कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता भारत में सूर्यास्त और बद्र काल में कार्य करना पाप मन जाता हैं
रक्षाबंधन का त्यौहार कौन सी ऋतु में मनाया जाता है
रक्षाबंधन वर्षा ऋतु में मनाया है |
रक्षाबंधन पर राखी कौन से हाथ में बाँधी जाती है ?
रक्षाबंधन पर राखी को बहने अपने भाई की दाहिने हाथ की कलाई है |
आपने क्या सीखा है
मुझे उम्मीद है की आपको ये पोस्ट 2023-रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है रक्षाबंधन की शुरुआत कब से हुई है ? रक्षाबंधन का क्या महत्व है के बारे में जरूर पसंद आई होगी मेरी कोशिश रहती है की में आप लोगों के लिए रक्षाबंधन के बारे में पूरी जानकारी मिले
अगर आपको पोस्ट अच्छी लगी तो पोस्ट को आप इसे अपने सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करे अगर आपको पोस्ट में कोई भी doubt निचे comment करके जरूर बताये